आसान नहीं था क्रिकेट जगत में महेंद्र सिंह धोनी का सफर, नाम कमाने के लिए करना पड़ा का कड़ा संघर्ष
जीवनी
टीम इंडिया के जाने माने पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को दुनियाभर में ऐसा कोई भी नहीं है जो जानता न हो, बीते एक दशक से महेंद्र सिंह धोनी इंडिया ही नहीं बल्कि पूरे विश्व में सबसे अधिक प्रेम मिला है. एम एस धोनी के नाम से पहचाने जाने वाले महेंद्र सिंह ने क्रिकेट जगत के इतिहास में भारत का नाम रोशन करने के साथ ही साथ अपनी भी एक अलग छाप छोड़ी है.
धोनी इंडियन टीम के पूर्व कप्तान भी रह चुकें हैं, कुछ समय पहले तक यानी जब उन्होंने अपने सन्यास की घोषणा नहीं की थी तब तक वह टीम इंडिया के खिलाड़ी के रूप में भी एक्टिव थे. एक मामूली से शहर से बाहर आकर अपने नाम महान क्रिकेटर का खिताब करने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने अपने जीवन काल में बहुत सारी परेशानियों का सामना किया है, इतना ही नहीं इन संघर्ष भरे दौर से गुजरने के बाद वह आज इस मुकाम पर आए है. एवं जिसके बाद उन्हें ये अलग पहचान हासिल हुई है. सबसे खास बात तो यह है कि धोनी केवल अपने खेल के कारण नहीं बल्कि अपने अच्छे व्यवहार के कारण अपने फैंस के दिलों पर आज भी राज कर रहे है. इस बात में कोई भी शक नहीं है कि 39 वर्ष के धोनी जब कभी भी मैदान पर खेलने के लिए आते थे तो पूरा का पूरा स्टेडियम खड़ा होकर उनका नाम धोनी-धोनी कहकर पुकारने लगता था.
ऐसा था महेंद्र सिंह धोनी का शुरूआती जीवन: यह बात तो शायद ही बहुत कम लोगों को पता होगी कि धोनी का क्रिकेटर की पोस्ट यानी उनके करियर की शुरूआती दौर बहुत ही परेशानियों से भरे हुए थे, आज उनका ये सफर जितना आसान दिखता है असल में उतना आसान नहीं था. जी हां क्रिकेट के प्रति सच्चा प्रेम और लगन के डीएम पर उन्होंने ये मुकाम हासिल किया है, जिसके बाद वह आज भारत के कई दिग्गज खिलाड़ियों की सूचीं में शामिल हो पाए है, हम बता दें कि जब माही को टीम इंडिया का कप्तान चुना गया था तब भी उन्होंने अपने इस काम को बखूबी निभा कर अपने फैंस को खुश कर दिया था. क्या आप जानते है कि अपने विद्यालय के दिनों में धोनी ने क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था, परन्तु उन्हें तब भी टीम इंडिया का हिस्सा बनने के लिए कई चुनौतियों से होकर गुजरना पड़ा. हां जब माही को भारतीय टीम की तरफ से खेलने के लिए अप्रोच किया गया था तब उन्होंने इस अवसर का भरपूर लाभ उठाया और स्वयं को टीम इंडिया की टीम में पंहुचा दिया. जिसके बाद जब भी उन्होंने कोई भी मैच खेला है तो उन्होंने कम से कम ओवरों में ही टीम इंडिया को अच्छे रन दिलवाएं है, या फिर जीत तक पंहुचा दिया है, हम बता दें कि वर्ष 2007 सितम्बर 11 से 4 जनवरी 2017 तक धोनी ने टीम इंडिया की कप्तानी की, जिसके बाद वह वर्ष 2008 से लेकर 2014 तक उन्होंने टेस्ट क्रिकेट टीम की कप्तानी निभाई. भारत के स्टाइलिश, साहसी और रोमांचक नेचर वाले धोनी आज एक पसंदीदा क्रिकेटर और मार्केटिंग आइकॉन बन गए है. आगे बता दें कि महेंद्र सिंह धोनी एक सफल आक्रामक दाएं हाथ के बल्लेबाज और विकेटकीपर हैं जिन्हें अपनी प्रतिभा पर थोड़ा भी घमंड नहीं हैं इसलिए वे भारत में चहेते क्रिकेटर भी हैं. इतना ही नहीं धोनी उन कप्तानों में से एक रहे है जिन्होंने अपने जूनियर क्रिकेट टीम को रैंकिंग में लाने के लिए नेशनल टीम का भी प्रतिनिधित्व किया था, साथ ही वह अपने फैंस के रोल मॉडल और पिन- अप स्टार भी है.
वहीँ यदि बात की जाए इंडियन ODI की तो उन्होंने वर्ष 2011 में दूसरे विश्व कप जीतने में इंडिया की मदद करने में अहम् भूमिका निर्वाह की, जिसके कारण वह चर्चाओं का पात्र भी बन गए और जगह - जगह लोग उनकी तारीफों के पुल बांधने लगे, वहीँ वर्ष 2004 दिसम्बर 23 में बांग्लादेश के विरुद्ध इंडियन ODI टीम के लिए अपना फर्स्ट मैच खेलने वाले धोनी ने उसके बाद वर्ष 2007 से 2016 तक इंडिया टीम के लिए ODI मैच के लिए कप्तानी शुरू कर दी और सबके सामने अपनी प्रतिभा को लेकर आए. जहां वर्ष 2005 में श्रीलंका के विरुद्ध टेस्ट प्लेयर के रूप में अपना पहला मैच खेला था, जिसके बाद वह वर्ष 2008 से 2014 के बीच टेस्ट क्रिकेट टीम का भी नेतृत्व किया और तभी से धोनी को अपनी आक्रामक खेल शैली के लिए भी पहचाना जाता है. हम बता दें कि धोनी इंडिया के उन सफल कप्तानों में से एक है जिन्होंने अपनी टीम को जीतने के लिए दिन और रात दोनों को एक कर दिया था और उन्हें उस चीज में अच्छी खासी सफलता मि गई थी, जिसके साथ ही उनकी कप्तानी के लिए कई रिकॉर्ड भी शामिल है, जिसके कुछ समय के उपरांत यह पता चला कि धोनी की कप्तानी ने कभी भी अपनी टीम और फैंस को दुखी नहीं किया और तो और उन्हें कई मैचों में उन्होंने टीम को जीतकर देश का नाम रोशन किया.
कहा जाता है कि वर्ष 2007 में ICC WORLD 20 -20 और साल 2013 ICC चैंपियंस ट्रॉफी हासिल करने में भी धोनी ने टीम इंडिया का नेतृत्व किया, एवं IPL के मैचों में उनकी सारी काबिलियत हमेशा ही इंटरनेशनल रेकॉर्डों से ढकी हुई है, महेंद्र सिंह धोनी ने IPL में टीम चैन्नई सुपर किंग्स की सहायता के लिए 2010 अवं 2011 में भी दो बार जीत दिलादी. ने के दौरान भी महेंद्र सिंह धोनी ने भारतीय किक्रेट टीम का नेतृत्व किया था। आईपीएल मैच में भी उनकी उपलब्धियां अक्सर अपने अंतरराष्ट्रीय रिकॉर्ड से ढकी हुई हैं, उन्होंने अपनी आईपीएल टीम चेन्नई सुपर किंग्स की मदद से 2010 और 2011 में दो बार आईपीएल जीताया था.
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